नवचंडी याग
नवचंडी यज्ञ ही नव दुर्गा पूजा आहे. ही पूजा इच्छा पूर्ण करण्यासाठी आणि आरोग्य, संपत्ती, सामर्थ्य यासाठी आहे. जीवनातील समृद्धी, यश आणि इतर अनेक समस्यांसोबतच हा नवचंडी यज्ञ केल्याने लोकांच्या सर्व संकटांपासून मुक्ती मिळते. या यज्ञामुळे भूत , प्रेत , पिशाच्च , शत्रू आणि अशुभ ग्रहांचे परिणाम दूर होतात. भगवान गणेश, भगवान शिव, नवग्रह आणि नवदुर्गा भक्ताला आशीर्वाद देतात. दुर्गाला प्रसन्न करण्यासाठी लोक चंडी यज्ञ करतात. सनातन धर्मात नवचंडी यज्ञ अत्यंत शक्तिशाली आहे.या यज्ञामुळे संकटग्रस्त ग्रहांची स्थिती सुधारण्यास मदत होते.
सामग्री यादी : |
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गणपती | अगरबत्ती 01 पुडा |
शंख | मोठ्या सुपार्या 250 नग |
घंटी | बदाम 25 नग |
हळद 100 ग्रॅम | खारिक 25 नग |
कुंकू 01किलो कुंकुमार्यनासाठि | अक्रोड 25 नग |
गुलाल 50 ग्रॅम | हळकुंड 25 नग |
अभिर 50 ग्रॅम | खडीसाखर 50 ग्रॅम |
अष्टगंध 50 ग्रॅम | सुके खोबरे 07 नग |
चंदन पावडर 50 ग्रॅम | गुळ 250 ग्रॅम |
पिवळी मोहरी 50 ग्रॅम | पंचखाद्य 250 ग्रॅम |
शतावरी 50 ग्रॅम | नारळ 12 नग |
सप्तमृत्तिका 25 ग्रॅम | तांदुळ 06 किलो |
रांगोळी 250 ग्रॅम | गहु 02 किलो |
गोमुत्र 01 बाटली | पत्रावळी 10 नग |
सुतगुंडी 02 नग | द्रोण 50 नग |
पंचरंगी धागा 02 नग | पंचे 05 नग |
अत्तर 02 बाटली | धोतर पान 01 नग |
जानवी जोड 07 जोड | सोवळे 01 नग |
गुग्गुळ 50 ग्रॅम | साडी 02 नग |
धुप 50 ग्रॅम | ब्लाऊज पिस 08 नग |
माचिस 01 नग | विविध प्रकारची सुवासीक फुले 02 किलो |
कापुर 100 ग्रॅम | बेल पत्र 100 नग |
तेल वाती 01 नग | तुळस 03 जुडी |
तुप वाती 01 नग | दुर्वा 03 जुडी |
तिळाचे तेल 01 लिटर | फुलांचे हार 06 नग |
गुलाब पाणी 01 बाटली | आंब्याचे डहाळे 05 नग |
गंगाजळ 01 बाटली | फुलांचे तोरण 01 नग |
केळीचे खांब 08 नग | पाट 06 नग |
गजरे 05 नग | आसने 10 नग |
वेण्या 05 नग | ताम्ह्न 06 नग |
विड्याची पाने 100 नग | तांब्याचे तांबे 06 नग |
फळे 15 नग ( 03 संच ) | पळी 02 नग |
केळी 12 नग | भांडे ( पंचपात्री ) 02 नग |
सप्तधान्य ( तुर, मुग, चणा, वाटाणा, मसुर, उडीद, ज्वारी, ) 250 ग्रॅम | स्टिलची ताटे 04 नग |
समिधा 300 नग | समई 02 नग |
बंब खोड ( इंधन / लाकडे ) 10 किलो | निरांजन ( तेलाचे व तुपाचे ) प्रत्येकी 01 नग |
गोवर्या ( शेणी ) 30 नग | पंचामृत 01 वाटी |
काळे तीळ 500 ग्रॅम | गोमय ( गाईचे शेण ) पाव किलो |
काळे उडीद 100 ग्रॅम | लिंबु 08 नग |
होमपुडा 01 नग 250 ग्रॅम | कोहळा 01 मोठा |
लाह्या 300 ग्रॅम | सुट्टे पैसे 100 नाणी |
गाईचे तुप 02.5 किलो | पातेल 01 नग |
टोपली 01 नग | नवग्रह प्रतिमा |
सुप 01 नग | गाईची प्रतिमा ( चांदीची गाय ) |
मध 01 बाटली | कर्मानुसार मुख्यदेवता प्रतिमा ( देवीचा टाक ) |
खाण्याचे रंग ( लाल, हिरवा, पिवळा, काळा ) प्रत्येकी 100 ग्रॅम | नैवेद्य पायस ( तांदळची खीर ) / पुरणपोळि / पुरण |
वरीचे तांदूळ 02 किलो | कोयता 01 नग |
बेलफळ 05 नग | कळशी 01 नग |
गव्हाचे पिठ ½ किलो | रक्त चंदन 100 ग्रॅम |
यव ( जव ) 300 ग्रॅम | पलाश पुष्प 100 ग्रॅम |
चार वाटी तांदुळचा शिजवलेला भात | डाळिंब 05 नग |
रेती किंवा माती 01 किलो | उसाचे तुकडे ½ किलो |
विटा 40 नग किंवा मोठ होमकुंड 01 नग | चौरंग 04 नग |
टिप :-
- १ सुहासिनी पूजनासाठी- साडी नारळ खण ओटी २कुमारिका पूजन- शालेय वस्तू किंवा दक्षिणा.
- होम विटांवर करायचा असल्यास विटांची आणि रेती किंवा माती व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा पॅकेज मध्ये गुरुजीन कडून होमकुंड पुरवले जाईल.
- जेवणाच्या नैवेद्याची व्यवस्था यजमानांना करावी लागेलरक्षोघ्न होम.
- चौरंग, पाट, आसने, ताम्ह्न, तांब्याचे तांबे, पळी, भांडे ( पंचपात्री ), स्टिलची ताटे, वाटी चमचे, पातेल, इत्यादि वस्तूंची व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा गुरुजीन कडून भाडे तत्वावर पुरवले जाईल.
- घरातील देव, फोटो, गोडाचा शीरा किवा पेढ़े, समई, निरांजन, तेल, तूप ही व्यवस्था यजमानाने करावी.
ठिकाण आणि दक्षिणा:
गुरुजी संख्या – 4
ठिकाण | दक्षिणा |
डोंबिवली | 21000/- |
ठाणे ते दादर | 25000/- |
पनवेल | 21000/- |
नवी मुंबई | 21000/- |
वेस्टर्न | 31000/- |
टिटवाळा ते कसारा | 25000/- |
बदलापूर ते कर्जत | 25000/- |
सामग्री (गुरुजींच्या दक्षिणे व्यतिरिक्त) | 15000/- |