वास्तुशांती
वास्तु उभारली जात असताना खोदकाम, मोठ्या दगडांची तोडफोड, झाडांची कापणी, असंख्य प्राणी, जीव, जंतु, मुंग्या, पक्षांची घरटी या सगळ्यांचा नाश केलेला असतो. वास्तु तयार करण्यासाठी खूप यंत्रे वापरावी लागतात. त्यामुळे त्या वास्तुपुरुषाच्या शरीरालासुद्धा इजा पोहोचते. या सगळ्याचा जो दोष तयार होतो तो वास्तु विकत घेतल्यावर आपल्याला लागतो. म्हणून त्याची क्षमायाचना करता यावी, तसेच सर्व देवतांचे पूजन करून त्यांची प्रार्थना करता यावी, आपल्याला दोष लागू नये व वास्तु पुरुषांची कृपा प्राप्त व्हावी म्हणून वास्तुशांती अवश्य करावी.
सामग्री यादी : |
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हळद 50 ग्रॅम | खडीसाखर 25 ग्रॅम |
कुंकू 50 ग्रॅम | सुके खोबरे 06 नग |
गुलाल 50 ग्रॅम | गुळ 250 ग्रॅम |
अभिर 50 ग्रॅम | नारळ 12 नग |
अष्टगंध 50 ग्रॅम | तांदुळ 05 किलो |
चंदन पावडर 01 डबी | पत्रावळी 05 नग |
रांगोळी 250 ग्रॅम | द्रोण 50 नग |
गोमुत्र 01 बाटली | पंचे 06 नग |
सुतगुंडी 03 नग | ब्लाऊज पिस 08 नग |
पंचरंगी धागा 01 नग | विविध प्रकारची सुवासीक फुले 02 किलो |
अत्तर 1 डबी | बेल पत्र 20 पान |
जानवी जोड 05 नग | बेलफळ 05 नग |
माचिस 01 नग | तुळस 02 जुडया |
कापुर 50 ग्रॅम | दुर्वा 02 जुडया |
तेल वाती 01 पाकीट | फुलांचे हार 05 नग |
तुप वाती 01 पाकीट | आंब्याचे डहाळे 05 नग |
तिळाचे तेल 01 बाटली 500 मिलि | फुलांचे तोरण 01 नग |
गुलाब पाणी 01 बाटली | गजरे 05 नग |
गंगाजळ 01 बाटली | वेण्या 04 नग |
अगरबत्ती 01 पुडा | विड्याची पाने 80 नग |
मोठ्या सुपार्या 180 नग | फळे 15 नग ( 03 संच) |
बदाम 10 नग | केळी 12 नग |
खारिक 10 नग | मध 01 बाटली |
अक्रोड 10 नग | चौरंग 02 नग |
हळकुंड 10 नग | पाट 05 नग |
आसने 07 नग | गोवर्या ( शेणी ) 15 नग |
ताम्ह्न 06 नग | काळे तीळ 300 ग्रॅम |
तांब्याचे तांबे 06 नग | वास्तु पुरुष प्रतिमा (सोन्याची किंवा चांदीची) 01 नग |
नविन कळशी 01 नग | शलाका (सोन्याची तार) 01 नग |
लहान तुळशी वृंदावन 01 नग | नवग्रह प्रतिमा 01 नग |
पळी 02 नग | गाईची प्रतिमा (चांदीची गाय) 01 नग |
भांडे ( पंचपात्री ) 02 नग | पंचरत्न 01 नग |
स्टिलची ताटे 04 नग | पंचधातू 01 नग |
समई 02 नग | सप्तधान्य ( तुर, मुग, चणा, वाटाणा, मसुर, उडीद, ज्वारी, ) 250 ग्रॅम |
निरांजन ( तेलाचे व तुपाचे ) प्रत्येकी 01 नग | पिवळी मोहरी 50 ग्रॅम |
पंचामृत 01 वाटी | खिळे मध्यम आकाराचे 04 नग |
सुट्टे पैसे 100 नाणी | काळे उडीद 50 ग्रॅम |
पातेल 01 नग | शतावरी 50 ग्रॅम |
गोडाचा शिरा 1.25 किलो प्रमाणात किंवा पेढे पाव किलो | सप्तमृत्तिका प्रत्येकी 10 ग्रॅम |
हळद घालुन केलेले कणकेचे लहान 16 दिवे आणि मोठा 01 दिवा | औषधि 01 डबी |
शिजवलेला भात एक वाटीचा | वरिचे तांदूळ 02 किलो |
होमपुडा 01 नग | खाण्याचे रंग ( लाल, हिरवा, पिवळा, काळा ) प्रत्येकी 50 ग्रॅम |
धुप 50 ग्रॅम | झेंडे 08 नग |
गाईचे तुप 1 ½ किलो | टोपली 01 नग |
रेती किंवा माती 02 किलो | रद्दी पेपर 04 नग |
विटा 20 नग किंवा मोठ होमकुंड 01 नग | धोतर पान 01 नग |
गोमय ( गाईचे शेण ) | साडी 01 नग |
शेवाळ | उपरणे 01 नग |
समिधा 300 नग | बंब खोड ( इंधन / लाकडे ) 03 किलो |
टिप :-
- होम विटांवर करायचा असल्यास विटांची आणि रेती किंवा माती व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा पॅकेज मध्ये गुरुजीन कडून होमकुंड पुरवले जाईल.
- वास्तुशांतीच्या पुजेसाठी लागणारी वास्तु पुरुषाच्या प्रतिमेची ( सोन्याची, पंचधातूची ) तसेच पंचरत्नाची व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल.
- चौरंग, पाट, आसने, ताम्ह्न, तांब्याचे तांबे, पळी, भांडे ( पंचपात्री ), स्टिलची ताटे, वाटी चमचे, पातेल, इत्यादि वस्तूंची व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा गुरुजीन कडून भाडे तत्वावर पुरवले जाईल.
- घरातील देव, फोटो, गोडाचा शीरा किवा पेढ़े, समई, निरांजन, तेल, तूप , नविन तांब्या १ दूध १/२ लीटर नविन झाड़ू घरातील शेगडी ही व्यवस्था यजमानाने करावी.
ठिकाण आणि दक्षिणा:
गुरुजी संख्या – 4
ठिकाण | दक्षिणा |
डोंबिवली | 8000/- |
ठाणे ते दादर | 11000/- |
पनवेल | 11000/- |
नवी मुंबई | 11000/- |
वेस्टर्न | 12000/- |
टिटवाळा ते कसारा | 11000/- |
बदलापूर ते कर्जत | 11000/- |
सामग्री (गुरुजींच्या दक्षिणे व्यतिरिक्त) | 6000/- |