सप्तशती होम
नवरात्रीत दुर्गा सप्तशती पाठ करणे फलदायी मानले जाते. दुर्गा सप्तशती ग्रंथात अनेक अध्याय आहेत आणि नवरात्रीच्या काळात त्यांचे पठण केल्याने अन्न, संपत्ती, कीर्ती इत्यादींची प्राप्ती होते. दुर्गा सप्तशतीच्या ग्रंथात 13 अध्याय आहेत, ज्यामध्ये माँ दुर्गेने राक्षसांच्या वधाबद्दल सांगितले आहे. हा होम शारदीय नवरात्रीच्या अष्टमीला तसेच विशेषतः वसंत नवरात्रीच्या महानवमीला केला जातो.
सामग्री यादी : |
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गणपती | तुप वाती 01 नग |
शंख | तिळाचे तेल ½ लिटर |
घंटी | गुलाब पाणी 01 बाटली |
हळद 50 ग्रॅम | गंगाजळ 01 बाटली |
कुंकू 50 ग्रॅम | अगरबत्ती 01 पुडा |
गुलाल 50 ग्रॅम | मोठ्या सुपार्या 101 नग |
अभिर 50 ग्रॅम | बदाम 10 नग |
अष्टगंध 50 ग्रॅम | खारिक 10 नग |
चंदन पावडर 50 ग्रॅम | अक्रोड 10 नग |
पिवळी मोहरी 50 ग्रॅम | हळकुंड 10 नग |
शतावरी 50 ग्रॅम | खडीसाखर 100 ग्रॅम |
रांगोळी 500 ग्रॅम | सुके खोबरे 05 नग |
गोमुत्र 01 बाटली | गुळ 100 ग्रॅम |
सुतगुंडी 01 नग | पंचखाद्य 200 ग्रॅम |
पंचरंगी धागा 01 नग | नारळ 08 नग |
अत्तर 01 बाटली | तांदुळ 03 किलो |
जानवी जोड 03 जोड | गहु 01 किलो |
धुप 50 ग्रॅम | पत्रावळी 05 नग |
गुग्गुळ 50 ग्रॅम | द्रोण 25 नग |
माचिस 01 नग | पंचे 02 नग |
कापुर 150 ग्रॅम | धोतर पान 01 नग |
तेल वाती 01 नग | साडी 01 नग |
ब्लाऊज पिस 06 नग | मध 01 बाटली |
सौभाग्य वायन 01 नग | खाण्याचे रंग ( लाल, हिरवा, पिवळा, काळा ) प्रत्येकी 10 ग्रॅम |
विविध प्रकारची सुवासीक फुले 01 किलो | बेल फळ 02 नग |
बेल पत्र 20 नग | गव्हाचे पिठ½ किलो |
तुळस 01 जुडी | एक वाटी तांदुळचा शिजवलेला भात |
दुर्वा 01 जुडी | रेती किंवा माती 03 किलो |
फुलांचे हार 03 नग | विटा 20 नग किंवा मोठ होमकुंड |
आंब्याचे डहाळे 05 नग | चौरंग 02 नग |
फुलांचे तोरण 01 नग | पाट 03 नग |
गजरे 05 नग | आसने 06 नग |
वेण्या 02 नग | ताम्ह्न 05 नग |
विड्याची पाने 50 नग | तांब्याचे तांबे 05 नग |
फळे 10 नग ( 02 संच ) | पळी 02 नग |
केळी 06 नग | भांडे ( पंचपात्री ) 02 नग |
समिधा 500 नग | स्टिलची ताटे 02 नग |
बंब खोड ( इंधन / लाकडे ) 02 किलो | समई 02 नग |
गोवर्या ( शेणी ) 10 नग | निरांजन ( तेलाचे व तुपाचे ) प्रत्येकी 01 नग |
काळे तीळ 500 ग्रॅम | पंचामृत 01 वाटी |
काळे उडीद 50 ग्रॅम | गोमय ( गाईचे शेण ) 10 ग्रॅम |
होमपुडा 01 नग | लिंबू 05 नग |
गाईचे तुप 01 किलो | कोहळा 01 नग |
टोपली 01 नग | सुट्टे पैसे 50 नाणी |
पातेल 01 नग | पुरण |
कर्मानुसार मुख्यदेवता प्रतिमा देवीचा टाक | कळशी 01 नग |
गाईची प्रतिमा ( चांदीची गाय ) | रक्त चंदन 100 ग्रॅम |
नैवेद्य पेढे पाव किलो | पलाश पुष्प 100 ग्रॅम |
पायस ( तांदळची खीर ) | डाळिंब 05 नग |
पुरणपोळि | उसाचे तुकडे ½ किलो |
कोयता 01 नग |
टिप :-
- होम विटांवर करायचा असल्यास विटांची आणि रेती किंवा माती व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा पॅकेज मध्ये गुरुजीन कडून होमकुंड पुरवले जाईल.
- जेवणाच्या नैवेद्याची व्यवस्था यजमानांनी करावी
- १ सुहासिनी पूजनासाठी- साडी नारळ खण ओटी २ कुमारिका पूजन- शालेय वस्तू किंवा दक्षिणा.
- चौरंग, पाट, आसने, ताम्ह्न, तांब्याचे तांबे, पळी, भांडे ( पंचपात्री ), स्टिलची ताटे, वाटी चमचे, पातेल, इत्यादि वस्तूंची व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा गुरुजीन कडून भाडे तत्वावर पुरवले जाईल.
- घरातील देव, फोटो, गोडाचा शीरा किवा पेढ़े, समई, निरांजन, तेल, तूप ही व्यवस्था यजमानाने करावी.
ठिकाण आणि दक्षिणा:
गुरुजी संख्या – 2
ठिकाण | दक्षिणा |
डोंबिवली | 6000/- |
ठाणे ते दादर | 7500/- |
पनवेल | 6000/- |
नवी मुंबई | 6000/- |
वेस्टर्न | 9000/- |
टिटवाळा ते कसारा | 7500/- |
बदलापूर ते कर्जत | 7500/- |
सामग्री (गुरुजींच्या दक्षिणे व्यतिरिक्त) | 3000/- |