
गुरु 16000 जप व हवन
आपल्या जन्म कुंडलीमध्ये तसेच महादशेत बृहस्पती ( गुरु ) या ग्रहाचा दोष असेल तर या ग्रहाचा 16000 जप गुरुजीनकडून करून घ्यावा व त्या ग्रहाचे हवन करावे. यामुळे या ग्रहाचे फळ आपल्याला जीवनात चांगले मिळते व आरोग्य उत्तम रहाते.
सामग्री यादी : |
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गणपती | मोठ्या सुपार्या 111 नग |
शंख | बदाम 10 नग |
घंटी | खारिक 10 नग |
हळद 50 ग्रॅम | अक्रोड 10 नग |
कुंकू 50 ग्रॅम | हळकुंड 10 नग |
गुलाल 50 ग्रॅम | खडीसाखर 100 ग्रॅम |
अभिर 50 ग्रॅम | सुके खोबरे 03 नग |
अष्टगंध 50 ग्रॅम | गुळ 100 ग्रॅम |
चंदन पावडर 50 ग्रॅम | पंचखाद्य 200 ग्रॅम |
पिवळी मोहरी 50 ग्रॅम | नारळ 08 नग |
शतावरी 50 ग्रॅम | तांदुळ 03 किलो |
रांगोळी 250 ग्रॅम | गहु 02 किलो |
गोमुत्र 01 बाटली | पत्रावळी 05 नग |
सुतगुंडी | द्रोण 25 नग |
पंचरंगी धागा 01 नग | पंचे 02 नग |
अत्तर 01 बाटली | धोतर पान 01 नग |
जानवी जोड 04 जोड | ब्लाऊज पिस 05 नग |
धुप 50 ग्रॅम | विविध प्रकारची सुवासीक फुले ½ किलो |
गुग्गुळ 50 ग्रॅम | बेल पत्र 20 नग |
माचिस 01 नग | तुळस 01 जुडी |
कापुर 50 ग्रॅम | दुर्वा 02 जुडी |
तेल वाती 01 नग | फुलांचे हार 02 नग |
तुप वाती 01 नग | आंब्याचे डहाळे 05 नग |
तिळाचे तेल ½ लिटर | गजरे 03 नग |
गुलाब पाणी 01 बाटली | वेण्या 02 नग |
गंगाजळ 01 बाटली | विड्याची पाने 50 नग |
अगरबत्ती 01 पुडा | फळे 10 नग ( 02 संच ) |
केळी 06 नग | स्टिलची ताटे 02 नग |
सप्तधान्य ( तुर, मुग, चणा, वाटाणा, मसुर, उडीद, ज्वारी ) प्रत्येकी 250 ग्रॅम | समई 01 नग |
समिधा 500 नग | निरांजन ( तेलाचे व तुपाचे ) प्रत्येकी 01 नग |
बंब खोड ( इंधन / लाकडे ) 02 किलो | पंचामृत 01 वाटी |
गोवर्या ( शेणी ) 15 नग | गोमय ( गाईचे शेण ) 10 ग्रॅम |
काळे तीळ ½ किलो | सुट्टे पैसे 50 नाणी |
काळे उडीद 50 ग्रॅम | पातेल 01 नग |
होमपुडा 01 नग | नवग्रह प्रतिमा |
गाईचे तुप 01 किलो | कर्मानुसार मुख्यदेवता प्रतिमा गुरु |
टोपली 01 नग | गाईची प्रतिमा ( चांदीची गाय ) |
सुप 01 नग | नैवेद्य पेढे पाव किलो |
मध 01 बाटली | विटा 10 नग किंवा मोठ होमकुंड |
खाण्याचे रंग ( लाल, हिरवा, पिवळा, काळा ) प्रत्येकी 10 ग्रॅम | चौरंग 02 नग |
वरीचे तांदूळ 01 किलो | पाट 03 नग |
बेल फळ 02 नग | आसने 06 नग |
गव्हाचे पिठ½ किलो | ताम्ह्न 05 नग |
यव ( जव ) 150 ग्रॅम | तांब्याचे तांबे 05 नग |
एक वाटी तांदुळचा शिजवलेला भात | पळी 02 नग |
रेती किंवा माती 01 किलो | भांडे ( पंचपात्री ) 02 नग |
टिप :-
- होम विटांवर करायचा असल्यास विटांची आणि रेती किंवा माती व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा पॅकेज मध्ये गुरुजीन कडून होमकुंड पुरवले जाईल.
- जेवणाच्या नैवेद्याची व्यवस्था यजमानांनी करावी.
- चौरंग, पाट, आसने, ताम्ह्न, तांब्याचे तांबे, पळी, भांडे ( पंचपात्री ), स्टिलची ताटे, वाटी चमचे, पातेल, इत्यादि वस्तूंची व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा गुरुजीन कडून भाडे तत्वावर पुरवले जाईल.
- घरातील देव, फोटो, गोडाचा शीरा किवा पेढ़े, समई, निरांजन, तेल, तूप ही व्यवस्था यजमानाने करावी.
ठिकाण आणि दक्षिणा:
गुरुजी संख्या – 5
ठिकाण | दक्षिणा |
डोंबिवली | 21000/- |
ठाणे ते दादर | 21000/- |
पनवेल | 21000/- |
नवी मुंबई | 21000/- |
वेस्टर्न | 21000/- |
टिटवाळा ते कसारा | 21000/- |
बदलापूर ते कर्जत | 21000/- |
सामग्री (गुरुजींच्या दक्षिणे व्यतिरिक्त) | 3100/- |
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