विष्टी भद्रा योग शांती
विष्टी (भद्र) योगात मूल जन्माला आले तर ते अशुभ मानले जाते. आयुष्यात एकदाच घडलेल्या घटनांवर आधारित आणि जीवनातील अनावश्यक घटनांचे प्रतिबिंब टाळण्यासाठी हे शांत करणे महत्वाचे आहे. हा योग वैवाहिक जीवन आणि शिक्षण किंवा करिअरमध्ये समस्या निर्माण करतो. असे म्हणतात की या योगात जन्मलेली व्यक्ती इतरांच्या प्रभावाखाली वाईट किंवा चुकीची कामे करण्यास अधिक प्रवण असू शकते.
या योगाचे नकारात्मक प्रभाव नष्ट होण्यास मदत होते तसेच विवाह, समृद्धी, शिक्षण इत्यादींतील अडथळे दूर होतात.
सामग्री यादी : |
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गणपती | गुलाब पाणी 01 बाटली |
शंख | गंगाजळ 01 बाटली |
घंटी | अगरबत्ती 01 पुडा |
हळद 50 ग्रॅम | मोठ्या सुपार्या 200 नग |
कुंकू 50 ग्रॅम | बदाम 25 नग |
गुलाल 50 ग्रॅम | खारिक 25 नग |
अभिर 50 ग्रॅम | अक्रोड 25 नग |
अष्टगंध 50 ग्रॅम | हळकुंड 25 नग |
चंदन पावडर 50 ग्रॅम | खडीसाखर 100 ग्रॅम |
पिवळी मोहरी 50 ग्रॅम | सुके खोबरे 07 नग |
शतावरी 50 ग्रॅम | गुळ 100 ग्रॅम |
सप्तमृत्तिका 10 ग्रॅम | पंचखाद्य 200 ग्रॅम |
रांगोळी 250 ग्रॅम | नारळ 10 नग |
गोमुत्र 01 बाटली | तांदुळ 05 किलो |
सुतगुंडी 01 नग | गहु 02 किलो |
पंचरंगी धागा 01 नग | पत्रावळी 10 नग |
अत्तर 01 बाटली | द्रोण 25 नग |
जानवी जोड 10 जोड | पंचे 02 नग |
गुग्गुळ 50 ग्रॅम | धोतर पान 01 नग |
धुप 25 ग्रॅम | सोवळे 01 नग |
माचिस 01 नग | साडी 01 नग |
कापुर 100 ग्रॅम | ब्लाऊज पिस 06 नग |
तेल वाती 01 नग | विविध प्रकारची सुवासीक फुले 01 किलो |
तुप वाती 01 नग | बेल पत्र 51 नग |
तिळाचे तेल 100 ग्रॅम | तुळस 01 जुडी |
दुर्वा 02 जुडी | पाट 03 नग |
फुलांचे हार 02 नग | आसने 05 नग |
आंब्याचे डहाळे 10 नग | ताम्ह्न 10 नग |
गजरे 05 नग | तांब्याचे तांबे 10 नग |
वेण्या 02 नग | पळी 02 नग |
विड्याची पाने 50 नग | भांडे ( पंचपात्री ) 02 नग |
फळे 10 नग | स्टिलची ताटे 02 नग |
केळी 12 नग | सुप 01 नग |
सप्तधान्य ( तुर, मुग, चणा, वाटाणा, मसुर, उडीद, ज्वारी, ) 250 ग्रॅम | समई 02 नग |
समिधा 500 नग | निरांजन ( तेलाचे व तुपाचे ) प्रत्येकी 01 नग |
बंब खोड ( इंधन / लाकडे ) 03 किलो | पंचामृत 01 वाटी |
गोवर्या ( शेणी ) 15 नग | सुट्टे पैसे 50 नाणी |
काळे तीळ 250 ग्रॅम | पातेल 01 नग |
काळे उडीद 100 ग्रॅम | पेढे पाव किलो |
होमपुडा 02 नग | नवग्रह प्रतिमा 01 नग |
गाईचे तुप 01 किलो | गाईची प्रतिमा ( चांदीची गाय ) 01 नग |
टोपली 01 नग | कर्मानुसार मुख्यदेवता प्रतिमा |
मध 01 बाटली | एक वाटी तांदुळचा शिजवलेला भात |
वरीचे तांदूळ 02 किलो | रेती किंवा माती 01 किलो |
गव्हाचे पिठ ½ किलो | विटा 12 नग किंवा मध्यम होमकुंड 01 नग |
यव ( जव ) 250 ग्रॅम | चौरंग 03 नग |
टिप :-
- होम विटांवर करायचा असल्यास विटांची आणि रेती किंवा माती व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा पॅकेज मध्ये गुरुजीन कडून होमकुंड पुरवले जाईल.
- चौरंग, पाट, आसने, ताम्ह्न, तांब्याचे तांबे, पळी, भांडे ( पंचपात्री ), स्टिलची ताटे, वाटी चमचे, पातेल, इत्यादि वस्तूंची व्यवस्था यजमानांना करावी लागेल अन्यथा गुरुजीन कडून भाडे तत्वावर पुरवले जाईल.
- घरातील देव, फोटो, गोडाचा शीरा किवा पेढ़े, समई, निरांजन, तेल, तूप ही व्यवस्था यजमानाने करावी.
ठिकाण आणि दक्षिणा:
गुरुजी संख्या – 2
ठिकाण | दक्षिणा |
डोंबिवली | 6000/- |
ठाणे ते दादर | 6000/- |
पनवेल | 6000/- |
नवी मुंबई | 6000/- |
वेस्टर्न | 6000/- |
टिटवाळा ते कसारा | 6000/- |
बदलापूर ते कर्जत | 6000/- |
सामग्री (गुरुजींच्या दक्षिणे व्यतिरिक्त) | 2100/- |